सोमवार को बारिश के कारण हाईवे पर यात्रियों को रोकने के बाद आज मंगलवार को गौरीकुंड पैदल मार्ग टूट गया है। जिसके कारण विभिन्‍न पड़ावों पर केदारनाथ जा रहे दस हजार से अधिक तीर्थयात्रियों को रोक दिया गया है। प्रशासन का दावा है कि जल्द ही मार्ग की मरम्मत कर ली जाएगी, लेकिन करीब तीन घंटे बाद भी मार्ग सुचारू नहीं हो सका है।वहीं कर्णप्रयाग में पंचपुलिया के पास गलनाउ में बोल्डर आने से सड़क मार्ग बाधित हो गया है। मार्ग खोलने का कार्य प्रगति पर है। संबंधित अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही यातायात सुचारू हो जाएगा।यमुनोत्री धाम में जिला पंचायत और जिला प्रशासन की ओर से घोड़ा खच्चर की प्रीपेड टोकन व्यवस्था आज से लागू की गई है। डंडी और कंडी की प्रीपेड टोकन व्यवस्था 15 मई से लागू हो गई थी।

इससे पहले सोमवार की शाम को पहाड़ी से पत्थर गिरने व बारिश के कारण अलकनंदा का जल स्तर बढ़ गया था, जिस वजह से बदरीनाथ जाने वाले यात्रियों को लामबगड़ में एहतियातन तीन घंटे तक रोके रखा गया। देर रात पुलिस की देखरेख में इन यात्रियों को निकटवर्ती पड़ाव तक सुरक्षित भिजवाया गया।सोमवार की शाम से चमोली जिले में हुई भारी बारिश की वजह से बदरीनाथ हाईवे में लामबगड़ के पास खचरा नाला ऊफान पर आ गया था। बारिश के कारण पहाड़ी से भी पत्थर गिरने लगे। इस पर करीब रात आठ से 11 बजे तक यात्रियों को सुरक्षा के मद्देनजर विभिन्न स्थानों पर रोक दिया गया था। बारिश के चलते अलकनंदा नदी का भी जल स्तर बढ़ गया था।