कोलकाता । पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में बीजेपी सहित तमाम दलों की नजरें टीएमसी का किला ध्वस्त करने पर है। लेकिन, बंगाल में बीजेपी की राह में लगातार रोड़े आ रहे हैं। पार्टी के एक और विधायक ने ममता की पार्टी टीएमसी का हाथ थाम लिया। बीजेपी के 6 विधायक टीएमसी से पहले ही जुड़ चुके थे। अलीपुरद्वार के भाजपा विधायक सुमन कांजीलाल ने टीएमसी की राह पकड़ी है। उन्हें ममता के भतीजे और टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पार्टी सदस्यता दिलाई। अलीपुरद्वार में टीएमसी की सेंध इसकारण महत्वपूर्ण है, क्योंकि 2021 विधानसभा चुनाव में क्लीन स्वीप के बावजूद इस जिले की पांचों सीटों पर टीएमसी को हार नसीब हुई थी।
2021 विधानसभा चुनाव में 294 सीटों में से, भाजपा ने 77 पर जीत हासिल की थी। भाजपा के दो सांसदों ने भी विधायक पदों पर जीत हासिल की। पर उनके लोकसभा जाने के बाद हुए उपचुनाव में टीएमसी ने इन दोनों निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उपचुनाव जीते। इसके बाद वर्तमान बंगाल विधानसभा में भाजपा के 75 विधायक हैं, लेकिन छह विधायकों के दल बदलने के कारण यह संख्या वास्तव में घटकर 69 रह गई है।
टीएमसी ने ट्वीट किया, भाजपा की जनविरोधी नीतियों और नफरत से भरे एजेंडे को खारिज करते हुए, कांजीलाल, विधायक अलीपुरद्वार हमारे राष्ट्रीय महासचिव बनर्जी की उपस्थिति में टीएमसी परिवार में शामिल हो गए। बंगाल के एक और भाजपा विधायक को इस सच्चाई का एहसास हो गया कि भाजपा का लोगों की सेवा करने का कोई इरादा नहीं है।